Monday, November 21, 2011

बेयर ग्रिल्स

Edward Michael Grylls
Bear Grylls 2.jpg
जन्म 7 जून 1974 (1974-06-07) (age 37)
Northern Ireland
आवास Barge moored by Battersea Bridge on the River Thames,[1] and an island on Llŷn Peninsula, Abersoch North Wales[2]
व्यवसाय Adventurer,
author,
motivational speaker,
television presenter
Chief Scout
जीवनसाथी Shara Cannings Knight[3]
बच्चे Jesse, Marmaduke,[4] and Huckleberry[5]
जालस्थल
BearGrylls.कॉम
दोस्तों क्या इन्हें जानते है नहीं जानते तो हम बताते है एडवर्ड माइकल ग्रिल्स , उपनाम बेयर , (जन्म 7 जून 1974) एक ब्रिटिश साहसकर्मी, लेखक और टेलीविज़न प्रस्तोता हैं. वे अपनी टेलीविज़न श्रृंखला बॉर्न सरवाइवर के लिए विशेष रूप से जाने जाते हैं, जिसे संयुक्त राज्य अमेरिका, कनाडा, ऑस्ट्रेलिया और न्यूज़ीलैंड में मैन वर्सस वाइल्ड के रूप में जाना जाता है. वे माउंट एवरेस्ट पर चढ़ने वाले ब्रिटेन के सबसे युवा लोगों में से एक हैं, जो उपलब्धि उन्होंने 23 साल की उम्र में हासिल की. जुलाई 2009 में ग्रिल्स, 35 साल की उम्र में चीफ़ स्काउट के पद पर नियुक्त होने वाले सबसे युवा व्यक्ति थे।

-निजी जीवन-


ग्रिल्स का पालन-पोषण चार साल की उम्र तक डोनाघडी, उत्तरी आयरलैंड[citation needed] में हुआ, जिसके बाद उनका परिवार आइल ऑफ व्हाइट पर बेम्ब्रिज में स्थानांतरित हो गया.[6][7] वे अनुदार दल के राजनेता स्वर्गीय सर माइकल ग्रिल्स और लेडी ग्रिल्स (उर्फ़ सारा फोर्ड) के सुपुत्र हैं. उनके नाना थे नेविल फ़ोर्ड, जिन्होंने प्रथम श्रेणी का क्रिकेट खेला था, और नानी पेट्रिशिया फ़ोर्ड [8], अलस्टर संघवादी दल की सांसद थीं. उनकी एक बड़ी बहन हैं लारा फ़ॉसेट, जो एक कार्डियो-टेनिस कोच हैं. हॉलीवुड अभिनेता विल फ़ेरेल अभिनीत मैन वर्सस वाइल्ड की एक कड़ी में उन्होंने कहा कि जब वे सिर्फ़ एक सप्ताह के थे, तब उनकी बहन ने उन्हें बेयर उपनाम दिया था.

ग्रिल्स की पढ़ाई इटन हाउस, लुडग्रोव स्कूल, एटन कॉलेज, और बर्कबेक, लंदन विश्वविद्यालय में हुई,[9] जहां उन्होंने 2002 में हिस्पैनिक स्टडीज़ में अंशकालिक स्नातक डिग्री प्राप्त की. उन्होने बहुत कम उम्र में ही अपने पिता से ऊंचाइयों पर चढ़ना और जहाज़ चलाना सीखा. किशोर वय में उन्होंने शोटोकन कराटे में दूसरा डैन ब्लैक बेल्ट अर्जित किया. अब वे योग और नींजुत्सू का अभ्यास करते हैं. वे आठ साल की उम्र में ही बतौर कब स्काउट, स्काउटिंग में शामिल हो गए.वे अंग्रेज़ी, स्पेनिश और फ्रेंच बोलते हैं. ग्रिल्स ईसाई हैं, और अपने जीवन की "रीढ़" के रूप में धर्म को वर्णित करते हैं.

ग्रिल्स ने 2000 में शारा ग्रिल्स (उर्फ़ कैनिंग्स नाइट) से शादी की.[3][8] उनके तीन बेटे हैं: जेस्सी, मर्मदुके, और हकलबेरी (जिसका जन्म 15 जनवरी 2009 को, उनके हाउसबोट पर प्राकृतिक प्रसव द्वारा हुआ).

दिसंबर 2008 में ग्रिल्स का कंधा टूट गया, जब वे एक स्वतंत्र अभियान के दौरान अंटार्कटिका के दूरदराज की दुर्गम चोटी पर चढ़ने की कोशिश में, बर्फ़ीले प्रदेश में काइट-स्कीइंग कर रहे थे। 50 कि.मी. प्रति घंटे (30 mph) की गति से यात्रा करते समय, बर्फ़ पर स्की के फंस जाने से, वे हवा में उछल पड़े और जब वे नीचे गिरे, तो उनका कंधा टूट गया

-सैन्य आरक्षित सेवा-


स्कूल छोड़ने के बाद ग्रिल्स ने भारतीय सेना[14] में शामिल होने पर विचार किया[14] और सिक्किमपश्चिम बंगाल, असम में हिमालय पर्वत श्रृंखला में पदयात्रा करते हुए कुछ महीने बिताए. 1994 से 1997 तक, यूनाइटेड किंगडम विशेष बल में चयन के बाद, उन्होंने यूनाइटेड किंगडम विशेष बल के 21 रेजिमेंट विशेष वायु सेवा, 21 SAS (R) के साथ घुड़सवार सिपाही, जीवन-रक्षा प्रशिक्षक और गश्ती चिकित्सक के रूप में अंशकालीन सेवा की.[15] उन्होंने उत्तरी अफ्रीका में दो बार सेवारत रहने का दावा किया है.[12] 1996 में वे केन्या में एक पैराशूटिंग फ़्रीफ़ॉल दुर्घटना के शिकार हुए. उनकी छतरी 1,600 फीट (500 मी.) पर फट गई, जिसके आंशिक रूप से खुलने की वजह से, वे पैराशूट पैक पर अपनी पीठ के बल पर नीचे गिरे, जिससे कारण अंशतः उनकी तीन कशेरुकाएं टूट गईं.[16] ग्रिल्स ने बाद में कहा: "मुझे मुख्य पैराशूट को काट देना चाहिए था और रिज़र्व को लेना चाहिए था, लेकिन मैंने सोचा कि समस्या को सुलझाने के लिए काफ़ी समय है.[17] उनके सर्जन के अनुसार ग्रिल्स जीवन भर के लिए लक़वा से ग्रसित होने से "बाल-बाल बचे" थे और पहले यह संदेहास्पद था कि क्या वे फिर कभी चल पाएंगे. ग्रिल्स ने रिहाई से पूर्व, अगले 18 महीने हेडली कोर्ट के सैन्य स्वास्थ्य-लाभ केन्द्र में आने-जाने में बिताए[17] और माउंट एवरेस्ट पर चढ़ाई का अपना बचपन का सपना पूरा करने के लिए प्रयासरत रहे.

SAS के पूर्व सैनिक क्रिस रियान ने कहा कि वे विश्वास नहीं करते कि अफ्रीका के एक SAS अभियान के दौरान ग्रिल्स का मेरुदण्ड टूटा और उन्होंने कहा कि ग्रिल्स ने अपने सैन्य जीवन की कहानियों को बढ़ा-चढ़ा कर कहा है. रियान ने कहा: "बेयर ग्रिल्स अफ्रीका के एक अभियान के बारे में कहते ही रहते हैं. वे लोगों से कहते हैं कि एक अभियान के दौरान उनका मेरुदण्ड टूटा, लेकिन मैं नहीं जानता कि अफ्रीका के किस भाग में वे अभियान में शामिल थे. मैंने कई लोगों से बात की, जो रेजिमेंटल सार्जेंट मेजर और रेजिमेंटल SAS में प्रशिक्षक हैं, लेकिन उनमें से कोई भी इस अभियान को याद नहीं कर पाता है."[18]

2004 में ग्रिल्स को रॉयल नेवल रिज़र्व में लेफ्टिनेंट कमांडर के मानद दर्जे से सम्मानित किया गया

-एवरेस्ट-

6 मई 1998 को ग्रिल्स ने अपने बचपन के सपने को साकार किया (एक महत्वाकांक्षा, जो आठ साल की उम्र में उनके पिता द्वारा एवरेस्ट का एक चित्र देने पर उनके मन में जगी थी) और मेरुदण्ड टूटने के सिर्फ़ अठारह महीने बाद, 23 साल के युवा ब्रिटेनवासी के रूप में एवरेस्ट पर चढ़ने का रिकॉर्ड कायम किया. लेकिन ऑस्ट्रेलियाई/ब्रिटिश पर्वतारोही जेम्स एलन ने 1995 में एक ऑस्ट्रेलियाई टीम के साथ, जिनके पास दोहरी नागरिकता थी, 22 साल की उम्र में ही एवरेस्ट पर चढ़ कर ग्रिल्स को पछाड़ दिया.[20] इस उपलब्धि को बाद में जेक मेयेर और केवल 19 साल की उम्र में रॉब गौंट्लेट ने मात दी. 2001 में नेपाली तेम्बा टशेरी, 16 साल की उम्र में इस चोटी पर पहुंचे.

एवरेस्ट के दक्षिणपूर्वी दिशा में ग्रिल्स को अभियान में लगभग चार महीने लगे: अपनी पहली सर्वेक्षण चढ़ाई में जब वे एक हिम-दरार में गिरे और बेहोश हो गए थे, तब से होश में आने के बाद खुद को एक रस्सी के सिरे से झूलते हुए पाने तक, उसके बाद कई सप्ताह दक्षिणी दिशा में कई बार ऊपर चढ़ने और उतरने की परिस्थिति-अनुकूलन चढ़ाइयां, खंबु हिमपात (जमी नदी), पश्चिमी Cwm ग्लेशियर और लोहट्से नामक 5000 फुट की बर्फ़ की दीवार को पार करना, पूर्व-SAS सैनिक नील लाफ़्टन के साथ कठिन चढ़ाई, जिसमें कई घंटों तक रात की चढ़ाई करनी पड़ी, जहां उन्हें उग्र मौसम, थकान, निर्जलीकरण, आख़िरी मिनट में बीमारी, उन्निद्रा और समुद्र तल से तीन गुणा जहां वायु विरल है, उस मृत्यु-मंडल में ऑक्सीजन के ख़त्म होने का सामना करना पड़ा.

हिमालय में ऐसी ऊंचाइयों पर चढ़ने की तैयारी के दौरान, 1997 में ग्रिल्स अमा डबलम की चढ़ाई करने वाले सबसे कम उम्र के ब्रिटेनवासी बने, जिसे सर एडमंड हिलेरी ने "अलंघ्य चोटी" के रूप में वर्णित किया है।

-बॉर्न सरवाइवर/मैन वर्सस वाइल्ड-


ग्रिल्स ने ब्रिटेन के चैनल 4 के लिए बॉर्न सरवाइवर: बेयर ग्रिल्स नामक एक श्रृंखला की मेज़बानी की और जो ऑस्ट्रेलिया, कनाडा और अमरीका में मैन वर्सस वाइल्ड के रूप में और यूरोप , एशिया तथा अफ्रीका में डिस्कवरी चैनल पर अल्टीमेट सरवाइवर के रूप में प्रसारित हुआ. इस श्रृंखला में ग्रिल्स को दुर्गम स्थानों में छोड़ दिया जाता है और दर्शकों को दिखाया जाता है कि वे उन स्थानों में कैसे जीवित रहते हैं. अमेरिका में इसका दूसरा सीज़न 15 जून 2007 को, तीसरा नवंबर 2007 में, और चौथा मई 2008 में प्रीमियर किया गया. ग्रिल्स इस समय[कब?] पांचवें सत्र का फ़िल्मांकन कर रहे हैं.

इस कार्यक्रम में प्रत्यक्ष रूप से स्टंट दिखाए गए, जिनमें शामिल हैं ग्रिल्स द्वारा चट्टानों पर चढ़ाई, हेलीकाप्टर, गुब्बारे और विमानों से पैराशूटिंग, पैराग्लाइडिंग, बर्फ़ पर चढ़ाई, दावानल में दौड़, तेज़ बहाव वाली नदी पार करना, सांपों को खाना, रेगिस्तान की गर्मी से बचने के लिए मूत्र से लथपथ टी-शर्ट को सिर पर बांधना, सांप की त्वचा में एकत्रित मूत्र को पीना, हाथी के गोबर से मलीय तरल पीना, घड़ियाल से कुश्ती, ऊंट लोथ पहनना और उससे पानी पीना, विभिन्न "विसर्पी प्राणियों" [कीड़ों] को खाना, भेड़ की लाश का बिस्तर और प्लवन उपकरण के रूप में उपयोग, और जलप्रपातों पर मुक्त चढ़ाई। ग्रिल्स बीहड़ प्रदेश में असहाय या विफल साहसिक कारनामों से भी अपने दर्शकों का मनोरंजन करते हैं.



-परोपकार-


ग्रिल्स के सभी अभियान और स्टंट ने धर्मार्थ संगठनों के लिए पैसे जुटाए.[citation needed] ग्रिल्स द प्रिंस ट्रस्ट के एम्बैसिडर हैं, एक ऐसा संगठन जो यूनाइटेड किंगडम में युवा लोगों को प्रशिक्षण, वित्तीय सहायता और व्यावहारिक सहयोग प्रदान करता है.[12] साथ ही, ग्रिल्स JoLt ट्रस्ट के उपाध्यक्ष हैं, एक छोटी चैरिटी जो विकलांग, वंचित, प्रताड़ित या उपेक्षित युवा लोगों को महीने भर के चुनौतीपूर्ण अभियान पर ले जाती है.

माउंट एवरेस्ट से अधिक ऊंचाई पर मशीनी पैराग्लाइडर ले जाने के उनके 2007 के प्रयास के हिताधिकारी हैं ग्लोबल एन्जिल्स, जो दुनिया भर के बच्चों की सहायता करने वाली ब्रिटेन की एक धर्मार्थ संस्था है. ग्रिल्स द्वारा सर्वाधिक 25,000 फीट की ऊंचाई पर डिनर पार्टी के आयोजन का उद्देश्य द ड्यूक ऑफ़ एडिनबर्ग पुरस्कार योजना के सहायतार्थ किया गया प्रयास था और उन्होंने पुरस्कार की 50वीं सालगिरह का शुभारंभ किया. जेट स्की पर ब्रिटेन का जल पथ से परिभ्रमण करने का उनका प्रयास, रॉयल नेशनल लाइफ़बोट इंस्टीट्यूशन के लिए पैसा इकट्ठा करना था. ग्रिल्स के एवरेस्ट पर चढ़ाई का प्रयास SSAFA फोर्सेस हेल्प के सहायतार्थ था, जो ब्रिटिश सशस्त्र बलों के पूर्व और वर्तमान सदस्यों और उनके परिवारों तथा आश्रितों की सेवा करने वाला ब्रिटिश आधारित धर्मार्थ संगठन है. पुस्तक फ़ेसिंग द फ्रोज़न ओशन में वर्णित उनका 2003 का आर्कटिक अभियान, द प्रिंस ट्रस्ट के सहायतार्थ था. 2005 में एंजल जलप्रपात पर पैरामोटर का उनका प्रयास, होप एण्ड होम्स फॉर चिल्ड्रेन चैरिटी की मदद के लिए था.
मजा आया ना ये मुझे बहुत पसंद है इनका शो

मैन वर्सस वाइल्ड हमेसा देखता हू



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